Individuals whose Twitter accounts have been withheld.

1. @sushant_says (Sushant Singh)
2. @imMAK02 (Asif Khan)
3. @HansrajMeena (Hansraj Meena)
4. @sanjukta (Sanjukta Basu)
5. @salimdotcomrade (Md Salim)
6. @aartic02 (Aarti)
7. @shashidigital (Shashi Shekhar)
8. @EpicRoflDon

Individuals & Orgs whose Twitter accounts have been withheld in India. (2)

9. @JarnailSinghAAP (Jarnail Singh)
10. @ajit_ranade (Ajit Ranade)
11. @manavjivan (ManavJivan)
12. @Kisanektamorcha (Kisan Ekta Morcha)
13. @Tractor2twitr (Tractor2Twitter)
14. @thecaravanindia (Caravan)
Individuals & Orgs whose Twitter accounts have been withheld in India. (3)

15. @bkuektaugrahan (BKU Ekta Ugrahan)
16. @inc_aditi (Aditi Dahiya)
17. @Sandeepnewsman (Sandeep Choudhary)
18. @jatt_junction (Jatt Junction)
19. @pycpim (CPIM Puducherry)
20. @shanti0207 (Shanti N)
Individuals & Orgs whose Twitter accounts have been withheld in India. (4)

21. @IStandWithAAP (Paras)
22. @PreetiSMenon (Preeti Menon)
23. @Rajendra_inc (Rajendra Parihar)
24. @Dhananjay4AAP (Dhananjay)
25. @mandeepjassi1 (Mandeep Jassi)

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प्राचीन काल में गाधि नामक एक राजा थे।उनकी सत्यवती नाम की एक पुत्री थी।राजा गाधि ने अपनी पुत्री का विवाह महर्षि भृगु के पुत्र से करवा दिया।महर्षि भृगु इस विवाह से बहुत प्रसन्न हुए और उन्होने अपनी पुत्रवधु को आशीर्वाद देकर उसे कोई भी वर मांगने को कहा।


सत्यवती ने महर्षि भृगु से अपने तथा अपनी माता के लिए पुत्र का वरदान मांगा।ये जानकर महर्षि भृगु ने यज्ञ किया और तत्पश्चात सत्यवती और उसकी माता को अलग-अलग प्रकार के दो चरू (यज्ञ के लिए पकाया हुआ अन्न) दिए और कहा कि ऋतु स्नान के बाद तुम्हारी माता पुत्र की इच्छा लेकर पीपल का आलिंगन...

...करें और तुम भी पुत्र की इच्छा लेकर गूलर वृक्ष का आलिंगन करना। आलिंगन करने के बाद चरू का सेवन करना, इससे तुम दोनो को पुत्र प्राप्ति होगी।परंतु मां बेटी के चरू आपस में बदल जाते हैं और ये महर्षि भृगु अपनी दिव्य दृष्टि से देख लेते हैं।

भृगु ऋषि सत्यवती से कहते हैं,"पुत्री तुम्हारा और तुम्हारी माता ने एक दुसरे के चरू खा लिए हैं।इस कारण तुम्हारा पुत्र ब्राह्मण होते हुए भी क्षत्रिय सा आचरण करेगा और तुम्हारी माता का पुत्र क्षत्रिय होकर भी ब्राह्मण सा आचरण करेगा।"
इस पर सत्यवती ने भृगु ऋषि से बड़ी विनती की।


सत्यवती ने कहा,"मुझे आशीर्वाद दें कि मेरा पुत्र ब्राह्मण सा ही आचरण करे।"तब महर्षि ने उसे ये आशीर्वाद दे दिया कि उसका पुत्र ब्राह्मण सा ही आचरण करेगा किन्तु उसका पौत्र क्षत्रियों सा व्यवहार करेगा। सत्यवती का एक पुत्र हुआ जिसका नाम जम्दाग्नि था जो सप्त ऋषियों में से एक हैं।